तुम बिन अब जिंदगी..
हां यूं तो रोज़ के रूटीन में कुछ खास नहीं बदला है, बस रह गया है तो एक खालीपन जीवन में तुम्हारे जाने के बाद... वो खालीपन जिससे मेरे दिन का अगाज़ और अंत दोनों तुम्ही से होता था.. वो खालीपन जिसमें सुबह 9.40 गुड मॉर्निंग कॉल हुआ करती थी, और खाना खाने से ले कर ऑफिस की बातें हुआ करती थी.. वो खालीपन जिसमें हम दोनों एक दूसरे का नाम बदल कर चिढ़ाते थे, वो खलीपान जिसमें एक की भी तबियत ना ठीक होने पर उसको ध्यान रखने और care करने की सलाह देते थे.. वो खालीपन जिसमें कोई एक भी टेंशन में हो तो उसको, uski problem ka solution suggest किया करते थे.. वो खालीपन जिसमें हम दोनों बचपन की यादों को याद करते हुए इमोशनल हो जाया करते थे... वो खालीपन जिसमें कहीं ना कहीं एक जुड़ाव सा महसूस होने लगा था... सुनने में तो ये सब छोटी सी बात लग रही होगी लेकिन यहीं छोटी छोटी चीजें जीवन में हमेशा के लिए एक खलीपन छोड़ जाती है...